सर्वनाम का अर्थ परिभाषा भेद उदाहरण - ( sarvnaam ka arth paribhasha bhed udaaharan )
प्यारे दोस्तों, आज हम इस लेख में सर्वनाम के अर्थ परिभाषा भेद उदाहरण ( sarvnam ka arth paribhasha bhed udaharan ) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। हिंदी व्याकरण में सर्वनाम किसे कहते हैं ? सर्वनाम के कितनी भेद या प्रकार होते हैं ? सर्वनाम के उदाहरणों को किस प्रकार से समझ सकते हैं ? आदि के बारे में बहुत ही सरल रूप में जानकारी देने का प्रयास किया गया है।
सर्वनाम ( pronoun ) का अर्थ -( sarvnam ka arth )
सर्वनाम शब्द का अर्थ होता है - सबका नाम।
सर्वनाम की परिभाषा- ( sarvnam ki paribhasha )
वे शब्द जो संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, सर्वनाम कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में वाक्य में संज्ञा शब्दों की पुनरावृति को दूर करने के लिए संज्ञा के स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है ,वे सर्वनाम शब्द कहलाते हैं। अन्य शब्दों में सब नामों के स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग होता है, वे सर्वनाम शब्द होते हैं।
संज्ञा के भेद परिभाषा
क्रिया के भेद उदाहरण
जैसे - राम विद्यालय जाता है ।
वह यहां आकर पढ़ता है।
पहले वाक्य में राम और विद्यालय संज्ञा शब्द हैं जबकि दूसरे वाक्य में राम के स्थान पर वह तथा विद्यालय के स्थान पर यहां शब्द का प्रयोग हुआ है जो सर्वनाम शब्द हैं।
सुरेश ने कहा कि वह गांव जा रहा है।
इस वाक्य में सुरेश के स्थान पर वह शब्द का प्रयोग हुआ है जो सर्वनाम है।
सर्वनाम के भेद - ( sarvnam ke bhed )
हिंदी व्याकरण में सर्वनाम के 6 भेद ( type of pronoun ) होते हैं-
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
अब हम सर्वनाम के भेदों ( type of pronoun ) को विस्तार से इस प्रकार से समझ सकते हैं-
पुरुषवाचक सर्वनाम -
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बोलने वाले सुनने वाले या अन्य किसी व्यक्ति के स्तर पर किया जाता है उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं -
- उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
- मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम
- अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम -
वे
सर्वनाम
शब्द
जिनका
प्रयोग
बोलने
वाला
व्यक्ति
स्वयं
अपने
लिए
करता
है।
जैसे - मैं , हम
, मुझे,
मेरा,,
मेरी,
हमें
, हमारा,
हमको
आदि।
उदाहरण -
मैं आज घर जाऊंगा ।
हम विद्यालय जाएंगे।
मेरी भी बात मान लेनी चाहिए।
हमें भी अच्छा लगा।
मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम-
वे सर्वनाम शब्द जो सुनने वाले के लिए प्रयुक्त किए जाते हैं अर्थात वक्ता की बात सुनने वाला श्रोता मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम होता है।
जैसे - तू, तुम, तुम्हारा, तेरा ,तुझे , तुम्हें , आप
, आपका
अपना
, आपको
, अपने,
आदि।
उदाहरण -
- आप बहुत अच्छा गाते हो।
- तुम मेरी बात सुनो।
अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम -
वे सर्वनाम जिनका प्रयोग बोलने वाले तथा सुनने वाले व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के लिए प्रयुक्त करते हैं उन्हें अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं ।
जैसे - यह
, वह
, इसका,
उसका
, इसे
, उसे
, इन्हें
, उन्हें
, उनका
, उनको
, उसको
, वे
दोनो
, वे
सब।(he,
she, it, they, name)
उदाहरण -
- वह आज नहीं आएगा।
- उसका तो काम ही अलग है।
निश्चयवाचक सर्वनाम-
वे सर्वनाम नाम जो किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध कराते हैं उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे - वह
, यह,
इस,
उस
, ये,
वे
आदि।
उदाहरण-
- यह मेरा भाई है।
- वह आपका पुत्र है।
- वे मेरे दादाजी हैं।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम -
किसी अनिश्चित व्यक्ति, वस्तु , घटना आदि के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले सर्वनाम शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
उदाहरण -
- कोई आ रहा है।
- रमेश कुछ देख रहा है।
- किसी ने कहा था।
प्रश्नवाचक सर्वनाम -
वे सर्वनाम जो प्रश्न का बोध कराते हैं या वाक्य को प्रश्नवाचक बना देते हैं,उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण-
- तुम क्या कर रहे हो ?
- यह पुस्तक किसकी है ?
- गाना कौन गा रहा है ?
(कौन, किसे , किसने , क्या, कब, क्यों, कहां, आदि सभी प्रश्नवाचक सर्वनाम होते हैं।)
संबंधवाचक सर्वनाम -
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग आपसी संबंध प्रकट करने में किया जाता है अथवा जो प्रधान वाक्य से आश्रित वाक्यों का संबंध जोड़ देते हैं उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे-
जो-
वह
, जो- वो, जैसा - जैसा, जिसको - उसको, जिससे- उससे, जिसकी - उसकी, जितना-
उतना,
जैसी-
वैसी
आदि।
उदाहरण-
- जो जैसा करेगा वैसा भरेगा ।
- जैसी करनी वैसी भरनी ।
- जो करेगा वह भरेगा।
- जितना गुड़ डालोगे उतना मीठा होगा।
निजवाचक सर्वनाम-
वे सर्वनाम शब्द जिन्हें कर्त्ता द्वारा स्वयं अपने लिए प्रयुक्त किया जाता है निजवाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे - मैं , आप
, हम
आदि।
उदाहरण -
- मैं अपना काम कर रहा हूं ।
- हम खुद ही आ जाएंगे।
निजवाचक सर्वनाम को समझने के लिए बल विरोध के द्वारा स्पष्ट किया जाता है। उपर्युक्त वाक्यों में मैं अपना तथा हम खुद का प्रयोग बल विरोध के द्वारा प्रकट किया गया है।
इस प्रकार आज हमने सर्वनाम के अर्थ परिभाषा भेद उदाहरण [ sarvnaam ka arth paribhasha bhed and udaharan ] के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की है। आशा है आपको यह जानकारी अच्छी लगी है। आप हमारे ईमेल नोटिफिकेशन के माध्यम से भी हमारे साथ जुड़ सकते हैं।
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