तत्पुरुष समास : परिभाषा भेद और उदाहरण - (Tatpurush samas ki paribhasha bhed aur udaharan)
आज तत्पुरुष समास Tatpurush samaas की परिभाषा Paribhasha भेद bhedऔर उदाहरण udaharan सहित जानकारी प्राप्त करेंगे -
तत्पुरुष समास की परिभाषा - Tatpurush samaas ki paribhasha -
तत्पुरुष समास में पहला पद संज्ञा अथवा विशेषण होता है तथा दूसरा पद अर्थ की दृष्टि से प्रधान हो और प्रथम पद के साथ विभक्ति का लोप हो जाता है वहाँ तत्पुरुष समास होता है।
तत्पुरुष समास में अर्थ की दृष्टि से दूसरा पद प्रधान होता है इसके दोनों पदों के बीच का कारक चिह्न लुप्त रहता है ।
समास विग्रह करने पर दोनों पदों के बीच में लुप्त कारक चिह्न को पहचानने पर तत्पुरुष समास के भेद को समझा जाता है।
तत्पुरुष समास में अर्थ की दृष्टि से दूसरा पद प्रधान होता है इसके दोनों पदों के बीच का कारक चिह्न लुप्त रहता है ।
समास विग्रह करने पर दोनों पदों के बीच में लुप्त कारक चिह्न को पहचानने पर तत्पुरुष समास के भेद को समझा जाता है।
तत्पुरुष समास में
इसका विग्रह करने पर कर्त्ता कारक व संबोधन कारक की विभक्तियों के अतिरिक्त किसी भी कारक की विभक्ति प्रयुक्त होती है तथा विभक्ति के अनुसार ही इसके उपभेद निर्धारित होते हैं।
तत्पुरुष समास के भेद और उदाहरण इस प्रकार से समझ सकते हैं -
कर्म तत्पुरुष समास -
इसमें (को ) विभक्ति चिह्न का लोप रहता है । समास विग्रह करने पर (को ) विभक्ति चिह्न प्रकट होता है।
कर्म तत्पुरुष समास के उदाहरण -
समस्त पद समास विग्रह
जितेंद्रिय इंद्रियों को जीतने वाला
मरणातुर मरने को आतुर
हितकारी हित को करने वाला
कमरतोड़ कमर को तोड़ने वाला
स्वर्गप्राप्त स्वर्ग को प्राप्त
आशातीत आशा को अतीत (से परे)
वनगमन वन को गमन
नेत्रसुखद नेत्र को सुख देने वाला
जेबकतरा जेब को कतरने वाल
पदप्राप्त पद को प्राप्त
चिड़ीमार चिड़ी को मारने वाला
कठफोड़वा काष्ठ को फोड़ने वाला
शरणागत शरण को आया हुआ
गगनचुंबी गगन को चूमने वाला
करण तत्पुरुष समास -
करण तत्पुरुष समास में तृतीया विभक्ति का चिह्न (से या के द्वारा) का लोप रहता है।
करण तत्पुरुष समास के उदाहरण -
समस्त पद समास विग्रह
हस्तलिखित हस्त से लिखित
रेखांकित रेखा से अंकित
मनमाना मन से माना
रोगातुर रोग से आतुर
स्वयंसिद्ध स्वयं से सिद्ध
तुलसीकृत तुलसी के द्वारा कृत
कष्टपूर्ण कष्ट से पूर्ण
चिंताग्रस्त चिंता से ग्रस्त
अकालपीड़ित अकाल से पीड़ित
रसभरी रस से भरी
प्रेमाकुल प्रेम से आकुल
शोकार्त शोक से आर्त
रत्नजड़ित रत्नों से जड़ित
संप्रदान तत्पुरुष समास -
इस समास में ( के लिए ) विभक्ति चिह्न का लोप रहता है।
सम्प्रदान तत्पुरुष समास के उदाहरण -
समस्त पद समास विग्रह
हवनसामग्री हवन के लिए सामग्री
देशप्रेम देश के लिए प्रेम
व्यायामशाला व्यायाम के लिए शाला
विवाहमंडप विवाह के लिए मंडप
विद्यामंदिर विद्या के लिए मंदिर
यज्ञशाला यज्ञ के लिए शाला
गुरुदक्षिणा गुरु के लिए दक्षिणा
रसोईघर रसोई के लिए घर
सभाभवन सभा के लिए भवन
विद्यालय विद्या के लिए आलय
सत्याग्रह सत्य के लिए आग्रह
छात्रावास छात्रों के लिए आवास
औषधालय औषध के लिए आलय
अपादान तत्पुरुष समास -
इस समास में - से (अलग होने के अर्थ में) विभक्ति चिह्न का लोप रहता है।
अपादान तत्पुरुष समास के उदाहरण -
समस्त पद समास विग्रह
कामचोर काम से चोर
भयभीत भय से भीत
सेवामुक्त सेवा से मुक्त
धनहीन धन से हीन
रोगमुक्त रोग से मुक्त
भयमुक्त भय से मुक्त
कर्महीन कर्म से हीन
पथभ्रष्ट पथ से भ्रष्ट
क्रमागत क्रम से आगत
सिंहभीत सिंह से भीत (ड़रा हुआ)
पदच्युत पद से च्युत ( गिराया या हटाया हुआ )
ऋणमुक्त ऋण से मुक्त
राजद्रोह राज से द्रोह
देशद्रोह देश से द्रोह
भावहीन भाव से हीन
क्रमागत क्रम से आगत
संबंध तत्पुरुष समास -
संबंध तत्पुरुष समास में (का , के ,की ) विभक्ति चिह्न का लोप रहता है।
संबंध तत्पुरुष समास के उदाहरण -
समस्त पद समास विग्रह
गंगाजल गंगा का जल
राजकुमार राजा का कुमार
रक्तदान रक्त का दान
भारतवासी भारत का वासी
नेत्रदान नेत्र का दान
कन्यादान कन्या का दान
राजमाता राजा की माता
मंत्रीपरिषद् मंत्रियों की परिषद
रामचरित राम का चरित
राजपुत्र राजा का पुत्र
अमचूर आम का चूर्ण
अधिकरण तत्पुरुष समास -
अधिकरण तत्पुरुष समास में ( में , पर ) विभक्ति चिह्नों का लोप रहता है।
अधिकरण तत्पुरुष समास और उदाहरण -
समस्त पद समास विग्रह
ध्यानमग्न ध्यान में मग्न
आपबीती आप पर बीती
रणवीर रण में वीर
चिंतामग्न चिंता में मग्न
कविपुंगव कवियों में पुंगव ( श्रेष्ठ )
दहीबड़ा दही में डूबा हुआ बड़ा
वनवास वन में वास
कलानिपुण कला में निपुण
कर्मलीन कर्म में लीन
कर्मरत कर्म में रत ( लगा हुआ )
अज्ञातवास अज्ञात में वास
रेलगाड़ी रेल (पटरी) पर चलने वाली गाड़ी
रेलगाड़ी रेल (पटरी) पर चलने वाली गाड़ी
रसगुल्ला रस में डूबा हुआ गुल्ला
पुरुषोत्तम पुरुषों में उत्तम
नरश्रेष्ठ नरों में श्रेष्ठ
घृतान्न घी में पका हुआ अन्न
कपिश्रेष्ठ कपियों में श्रेष्ठ
मंत्रीवर मंत्रियों में वर
मुनिश्रेष्ठ मुनियों में श्रेष्ठ
आशा है तत्पुरुष समास : परिभाषा , भेद और उदाहरण की जानकारी आपको अवश्य अच्छी लगी है l तत्पुरुष समास की परिभाषा भेद और उदाहरण से सम्बंधित आपकी राय हमें अवश्य बताएं ।
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Tatpurush samas ki paribhasha , Tatpurush samas ke bhed our udaharan ,Tatpurush samas ki sampuran jankari.
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