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18 जून 2020

राजस्थान प्रदेश सामान्य परिचय एक नजर - rajgktopic

राजस्थान प्रदेश का सामान्य परिचय एक नजर - (Rajasthan pradesh samany parichy ek najar ) 



         राजस्थान प्रदेश का सामान्य परिचय - आज हम इस लेख के माध्यम से राजस्थान शब्द की उत्पत्ति से लेकर राजस्थान के वर्तमान स्वरूप के संबंध में जानकारी प्राप्त करेंगे। राजस्थान सामान्य ज्ञान के अंतर्गत राजस्थान प्रदेश की सामान्य जानकारी को एक नजर( Rajasthan Ek najarमें इस प्रकार से जान सकते हैं।


        राजस्थान हमारे भारत देश का क्षेत्रफल की दृष्टि से वर्तमान में सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान प्रदेश भारत देश के उत्तर पश्चिमी भाग में स्थित है। राजस्थान वीरों की भूमि है। यह साहित्य कला एवं संस्कृति की त्रिवेणी का संगम स्थल है। राजस्थान प्रदेश का अधिकांश भाग मरुस्थली है इसलिए विभिन्न विद्वानों ने राजस्थान को विभिन्न नामों से पुकारा है।


       राजस्थान के लिए 1800 . में सर्वप्रथम राजपूताना शब्द का प्रयोग किया गया। राजपूताना शब्द का प्रयोग जॉर्ज थॉमस द्वारा किया गया जो आयरलैंड के निवासी थे। महर्षि वाल्मीकि ने इस भू-भाग के लिए मरुकान्तार शब्द का प्रयोग किया है। राजस्थान शब्द का प्राचीनतम प्रयोग सिरोही जिले में स्थित वसंतगढ के शिलालेख में राजस्थानीयादित्य के रूप में हुआ है। इसके बाद मुहणौत नैणसी री ख्यात एवं राजरूपक जैसे ग्रंथों में भी राजस्थान शब्द का प्रयोग हुआ है।

       कर्नल जेम्स टॉड ने इस प्रदेश को रायथान नाम दिया क्योंकि उस समय स्थानीय बोलचाल एवं लौकिक साहित्य में राजाओं के निवास स्थान या प्रांत को रायथान कहते थे।कर्नल जेम्स टॉड पश्चिमी एवं मध्य भारत के राजपूत राज्यों के पॉलिटिकल एजेंट थे। जेम्स टॉड की ऐतिहासिक रचना का नाम एनाल्स एंड एंटीक्विटीज ऑफ राजस्थान है जिसमें इस भूभाग के लिए राजस्थान शब्द का प्रयोग किया गया था।

      स्वतंत्रता के समय राजस्थान 19 देशी रियासतों 3 ठिकाने कुशलगढ़ , लावा , नीमराणा तथा चीफ कमिश्नर द्वारा प्रशासित अजमेर मेरवाड़ा प्रदेश में विभक्त था।स्वतंत्रता के बाद 1950 तक अजमेर मेरवाड़ा आबू दिलवाड़ा तहसीलों को छोड़कर सभी क्षेत्र राजस्थान में सम्मिलित हो गए थे।



     
राजस्थान का निर्माण 7 चरणों में संपन्न हुआ। सातवें चरण में राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंबर 1956 को अस्तित्व में आया। राजस्थान प्रदेश की प्रमुख भाषा हिंदी व मारवाड़ी है। राजस्थान में कुल 7 संभाग हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं - जयपुर , जोधपुर ,उदयपुर , कोटा बीकानेर , अजमेर तथा भरतपुर संभाग

            राजस्थान का कुल भौगोलिक क्षेत्र 3,42,239.74 वर्ग किलोमीटर है । जो देश के कुल भू-भाग का 10. 41% है। 2011 की जनगणना के अंतिम आंकडों के अनुसार राजस्थान की कुल जनसंख्या 6 करोड़ 85 लाख 48 हजार 437 है।

     राजस्थान की पूर्व से पश्चिम चौड़ाई 869 किलोमीटर है। तथा उत्तर से दक्षिण तक लंबाई 826 किलोमीटर है। राजस्थान की आकृति विषमकोण चतुर्भुज के समान अथवा पतंगाकार की है। राजस्थान की स्थलाकृति वेगनर सिद्धांत पर आधारित है। राजस्थान की जलवायु उष्णकटिबंधीय है। 

         राजस्थान का सामान्य परिचय - भौगोलिक विस्तार इस प्रकार है- पश्चिमी बिंदु जैसलमेर जिले के सम गांव में स्थित कटरा है। पूर्वी बिंदु सिलोन जो धौलपुर जिले की राजाखेड़ा तहसील में स्थित है। उत्तरी बिंदु गंगानगर जिले में स्थित कोणा गांव है। दक्षिणी बिंदु बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ तहसील में स्थित बोरकुंड गांव है।


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राजस्थान प्रदेश का सामान्य परिचय एक नजर 
         राजस्थान के श्रीगंगानगर में सूर्य की किरणों का तिरछापन सर्वाधिक होता है। राजस्थान में श्रीगंगानगर कर्क रेखा से सर्वाधिक दूरी पर स्थित शहर है। राजस्थान राज्य में सबसे बाद में सूर्योदय एवं सूर्यास्त जैसलमेर जिले में होता है। राजस्थान में सबसे पहले सूर्योदय धौलपुर जिले में होता है। राजस्थान राज्य की स्थलीय सीमा की कुल लंबाई 5920 किलोमीटर है।

      राजस्थान राज्य की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पड़ोसी देश पाकिस्तान से लगती है। पाकिस्तान से लगने वाली राज्य की अंतरराष्ट्रीय सीमा की कुल लंबाई 1070 किलोमीटर है जिसे रेडक्लिफ लाइन नाम दिया गया है। 

      रेडक्लिफ रेखा से राजस्थान राज्य के 4 जिले लगते हैं - जैसलमेर बाड़मेर बीकानेर और गंगानगर  इनमें जैसलमेर जिले की सबसे लंबी सीमा 464 किलोमीटर पाकिस्तान से लगती है तथा बीकानेर जिले की सबसे कम सीमा 168 किलोमीटर पाकिस्तान से लगती है

   अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगने वाले जिलों में बीकानेर का जिला मुख्यालय पाकिस्तान से सर्वाधिक दूरी पर स्थित है।राजस्थान में अंतराष्ट्रीय सीमा का प्रारंभ उत्तर में हिंदूमलकोट जो श्रीगंगानगर में स्थित है तथा समाप्ति शाहगढ़ (बाड़मेर) में होती है। 

       राजस्थान की अंतर्राष्ट्रीय व अंतर्राज्यीय सीमा पर अवस्थित जिलों की कुल संख्या 25 है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवस्थित जिलों की संख्या 4 है एवं कुल अंतर राज्य सीमा पर अवस्थित जिलों की संख्या 23 है। राजस्थान के 2 जिले गंगानगर व बाड़मेर ऐसे जिले हैं जो अंतरराष्ट्रीय एवं अंतर्राज्यीय दोनों सीमाओं पर अवस्थित हैं।

   कर्क रेखा राजस्थान के दक्षिणी सिरे को स्पर्श करती हुई बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले से गुजरती है यह बांसवाड़ा के कुशलगढ़ शहर के मध्य से गुजरती है राजस्थान कर्क रेखा के उत्तर में स्थित है राजस्थान में कर्क रेखा की लंबाई 26 किलोमीटर है। कर्क रेखा भारत के 8 राज्यों से होकर गुजरती है।

           राजस्थान के पाली जिले की सीमा प्रदेश के सर्वाधिक 8 जिलों से स्पर्श करती है ( ये 8 जिले उदयपुर राजसमंद सिरोही जालौर बाड़मेर नागौर अजमेर एवं जोधपुर हैं।

      राजस्थान लगभग 9 डिग्री  (8 डिग्री 47 मिनट ) देशांतर के मध्य फैला हुआ है 1 डिग्री देशांतर को पार करने में सूर्य 4 मिनट का समय लेता है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान राज्य श्रीलंका से 5 गुना, इंग्लैंड से दुगुना, और इजराइल से 17 गुना बड़ा है।

      जलवायु की दृष्टि से राजस्थान उपोषण कटिबंध में आता है परंतु वास्तव में प्रदेश के अधिकांश भाग पर उष्ण कटिबंध का प्रभाव है। राजस्थान का जनसंख्या की दृष्टि से 2011 की जनगणना के अनुसार देश में आठवां स्थान है। यहाँ देश की 5. 67 % जनसंख्या निवास करती है।

क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा जिला जैसलमेर( 38,401 KM) है जो राज्य के कुल क्षेत्रफल का 11. 22 प्रतिशत है। क्षेत्रफल की दृष्टि से धौलपुर (3,084 km) राजस्थान का सबसे छोटा जिला है।


राजस्थान में विधानसभा की सीटें 200 और लोकसभा सदस्यों की सीटें 25 हैं व राज्यसभा सदस्यों की सीटें 10 हैं। वर्तमान में राजस्थान में 33 जिले हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर है। राजस्थान में उच्च न्यायालय जोधपुर जिले में स्थित है। इसकी खंडपीठ जयपुर जिले में स्थित है।

इस प्रकार आज हमने राजस्थान का सामान्य परिचय ( An introduction for Rajasthan ) इस लेख के माध्यम से राजस्थान के बारे में बहुत सी जानकारियां प्राप्त की हैं।राजस्थान का सामान्य परिचय की जानकारी से सम्बंधित यह लेख आपको अच्छा लगा तो साथियों को शेयर अवश्य करें ताकि हमारा प्रयास आप तक नई नई जानकारी पहुंचाना बना रहे। आप हमारे ईमेल नोटिफिकेशन के माध्यम से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।