राजस्थान में पर्यटन समारोह -
राजस्थान के विभिन्न पर्यटन समारोह / महोत्सव ( Tourism Festival in Rajasthan ) बहुत ही दर्शनीय हैं। राजस्थान में पर्यटन विकास की अपार संभावनाओं के कारण राजस्थान को पर्यटन स्थल के लिए भारत का सबसे अच्छा राज्य माना जाता है। राजस्थान में पर्यटन ( Rajasthan Prayatan ) उद्योग बहुत समृद्धशाली है। राजस्थान में पर्यटन , राजस्थान में पर्यटन परिपथ , राजस्थान में पर्यटन विकास , राजस्थान में पर्यटन सर्किट , राजस्थान में पर्यटन उत्सव , राजस्थान में पर्यटन नीति से संबंधित बिंदुओं की महत्त्वपूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया गया है।
भारत की सैर करने वालों में हर तीसरा व्यक्ति राजस्थान को देखने अवश्य आता है। राजस्थान में पर्यटन उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। राजस्थान में पर्यटन विकास के बारे में आज इस लेख के माध्यम से जानकारी प्राप्त करेंगे।
भारत की सैर करने वालों में हर तीसरा व्यक्ति राजस्थान को देखने अवश्य आता है। राजस्थान में पर्यटन उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। राजस्थान में पर्यटन विकास के बारे में आज इस लेख के माध्यम से जानकारी प्राप्त करेंगे।
राजस्थान की झीलें , दुर्ग , मंदिर ,हवेलियाँ और महल आदि पर्यटन का मुख्य हिस्सा हैं। वतर्मान में कई हवेलियाँ तो हेरिटेज होटलों के रूप में भी अपनी पहचान बना चुकी हैं। राजस्थान पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने वाला देश का पहला राज्य है।
राजस्थान में पर्यटन समारोह |
राज्य पर्यटन वर्ष 1989 में उद्योग का दर्जा मोहम्मद यूनुस समिति की सिफारिश के आधार पर दिया गया। राज्य में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक जयपुर में आते हैं लेकिन राज्य में सर्वाधिक स्वदेशी पर्यटक माउंट आबू
( सिरोही ) व सबसे कम सिलीसेढ़ झील ( अलवर) को देखने आते हैं। जयपुर में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक फ्रांस देश से आते हैं।
राज्य में पर्यटक सुरक्षा हेतु पर्यटन पुलिस योजना का 1 अगस्त 2000 को जयपुर में शुभारंभ किया गया। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए इस प्रकार की योजना प्रारंभ करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
पर्यटन सर्किट विकास हेतु राजस्थान को 10 पर्यटन सर्किटों में बांटा गया है। । पर्यटन विभाग 1956 में स्थापित किया गया। राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड स्थापना 1 अप्रैल 1979 को की गई।
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मरू महोत्सव जैसलमेर में जनवरी-फरवरी माह में लगता है।
शेखावाटी महोत्सव सीकर- झुंझुनू- चूरू जिले में फरवरी महीने में मनाया जाता है।
ग्रीष्म महोत्सव माउंट (आबू सिरोही ) जिले में जून के महीने में मनाया जाता है।
मीरां महोत्सव चित्तौड़गढ़ जिले में अक्टूबर के महीने में मनाया जाता है।
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राजस्थान में पर्यटन समारोह - ( Rajasthan me Praytan Samaroh )
मरू महोत्सव जैसलमेर में जनवरी-फरवरी माह में लगता है।
शेखावाटी महोत्सव सीकर- झुंझुनू- चूरू जिले में फरवरी महीने में मनाया जाता है।
ग्रीष्म महोत्सव माउंट (आबू सिरोही ) जिले में जून के महीने में मनाया जाता है।
शरद महोत्सव माउंट आबू (सिरोही ) जिले में दिसंबर के महीने में मनाया जाता है।
मीरां महोत्सव चित्तौड़गढ़ जिले में अक्टूबर के महीने में मनाया जाता है।
मारवाड़ महोत्सव जोधपुर में अक्टूबर के महीने में मनाया जाता हैं।
हॉर्स सफारी पुष्कर (अजमेर) जिले में मनाया जाता है।
हॉर्स सफारी पुष्कर (अजमेर) जिले में मनाया जाता है।
ऊंट महोत्सव बीकानेर जिले में जनवरी के महीने में मनाया जाता है।
हाथी समारोह जयपुर जिला, मार्च के महीने में मनाया जाता है।
थार महोत्सव बाड़मेर में लगता है।
ब्रज महोत्सव भरतपुर जिले में लगता है।
हाथी समारोह जयपुर जिला, मार्च के महीने में मनाया जाता है।
थार महोत्सव बाड़मेर में लगता है।
ब्रज महोत्सव भरतपुर जिले में लगता है।
मेवाड़ महोत्सव उदयपुर जिले , अप्रैल के महीने में मनाया जाता है।
डीग महोत्सव भरतपुर जिले में है, यह मेला जन्माष्टमी अगस्त के महीने में लगता है।
बैलून महोत्सव बाड़मेर व पुष्कर अजमेर जिले में है।
मत्स्य उत्सव अलवर जिले में, नवंबर के महीने में मनाया जाता है।
एडवेंचर स्पोर्ट्स कोटा जिले में फरवरी के महीने में मनाया जाता है।
डीग महोत्सव भरतपुर जिले में है, यह मेला जन्माष्टमी अगस्त के महीने में लगता है।
बैलून महोत्सव बाड़मेर व पुष्कर अजमेर जिले में है।
मत्स्य उत्सव अलवर जिले में, नवंबर के महीने में मनाया जाता है।
एडवेंचर स्पोर्ट्स कोटा जिले में फरवरी के महीने में मनाया जाता है।
राजस्थान में विशेष पर्यटक सेवाएं -
विलेज ऑन व्हील्स राज्य विदेशी पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 29 नवंबर 2004 से शुरू की गई है।
पैलेस ऑन व्हील्स हुगली - चंबल और यमुना नदियों पर कोलकाता से धौलपुर तक नागौर बेड़ा परिभ्रमण शुरू करने की प्रस्तावित योजना है।
हेरिटेज ऑन व्हील्स राजस्थान पर्यटन विकास निगम ने रेलवे के साथ हेरिटेज ऑन व्हील्स मीटर गेज पर फरवरी 2006 से चलाई है जो जयपुर सीकर झुंझुनू चूरू होते बीकानेर जाती है।
रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स -
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पैलेस ऑन व्हील्स और हेरिटेज ऑन व्हील्स के बाद भारतीय रेलवे और राजस्थान पर्यटन विकास निगम की तीसरी पर्यटक सेवा रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स 11 जून 2009 को शुरू की है ।
रॉयल ओरिएंटल एक्सप्रेस -
रॉयल ओरिएंटल एक्सप्रेस -
1982 भारत रेल मंत्रालय व राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा पैलेस ऑन व्हील्स का नाम वर्तमान में रॉयल ओरिएंटल एक्सप्रेस कर दिया गया यह गाड़ी जयपुर चित्तौड़गढ़ जैसलमेर जोधपुर होते हुए दिल्ली तक जाती है।
राजस्थान भारत का पहला राज्य है, जिसे अपनी पर्यटन क्षमता का विपणन करने के लिए पाटा स्वर्ण पुरस्कार प्राप्त हुआ है। जयपुर प्राइड राज्य में पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु चलाई गई डबल डेकर बस का नाम है , यह बस सेवा 24 जनवरी 2003 से शुरू की गई।
राजस्थान भारत का पहला राज्य है, जिसे अपनी पर्यटन क्षमता का विपणन करने के लिए पाटा स्वर्ण पुरस्कार प्राप्त हुआ है। जयपुर प्राइड राज्य में पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु चलाई गई डबल डेकर बस का नाम है , यह बस सेवा 24 जनवरी 2003 से शुरू की गई।
इस प्रकार आज इस पोस्ट में राजस्थान में पर्यटन समारोह (Tourism Festival In Rajasthan ) के बारे में सारगर्भित जानकारी प्राप्त की है। जानकारी अच्छी लगी है तो साथियों को अवश्य ही शेयर करने का कष्ट करें।
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